गांधी, जनजाति एवं ग्रामीण विकास (Gandhi, Tribes and Rural Development)
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Book Details
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Publisher: Rawat Publications 
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Editors: तिलक बागची एवं शशांक कुमार पाण्डेय (Tilak Bagchi & Shashank Kumar Pandey) 
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Language: Hindi 
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Edition: 2023 
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ISBN: 9788131612835 
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Pages: 192 
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Cover: Hardcover 
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Release Date: 20-04-2023 
About the Book
"महात्मा गांधी और ग्रामीण भारत" शीर्षक से प्रकाशित यह संकलन महात्मा गांधी के विचारों को ग्रामीण और आदिवासी संदर्भों में आधुनिक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करता है। संपादक तिलक बागची और शशांक कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में तैयार की गई इस पुस्तक में विभिन्न लेखक गांधी के दर्शन और उनके ग्रामीण भारत को लेकर दृष्टिकोण की विवेचना करते हैं।
गांधीजी का यह दृढ़ विश्वास था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और यदि गांव समाप्त हो गए तो भारत भी नष्ट हो जाएगा। उन्होंने ग्रामोद्योग, ग्रामीण कौशल और स्वावलंबी अर्थव्यवस्था पर विशेष बल दिया। इस पुस्तक में 19 आलेख शामिल हैं जो गांधीजी के विचारों को आदिवासी जीवनशैली, महिला शिक्षा, लोक कलाएं, सत्याग्रह, नैतिकता और समकालीन संदर्भों में समझाते हैं।
लेखों में आदिवासी समाज की चुनौतियों से लेकर उनके कल्याण हेतु गांधीजी की सोच, चरखा आंदोलन की परंपरा, बहुरूपी लोककला की विशिष्टता, भील समाज का विकास और गांधी के शिक्षा दर्शन की प्रासंगिकता जैसे विषयों को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं 'बापू गीतिका' जैसे अध्याय जो गांधी को लोकगीतों के माध्यम से स्मरण करते हैं।
यह पुस्तक न केवल अनुसंधानकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए उपयोगी है, बल्कि उन सभी पाठकों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो गांधीजी के ग्राम विकास एवं आदिवासी कल्याण के विचारों को समझना चाहते हैं। यह संकलन गांधी के विचारों की समकालीन प्रासंगिकता को दर्शाता है और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है।
 
            
 
       
         

