Paschyatya Avam Bhartiya Arthshastri Aur Unka Chintan (Western And Indian Economists And Their Thought) Hindi
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Book Details:
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Author: G.R. Verma
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Publisher: Rawat Publications
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Language: Hindi
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Edition: 2012
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ISBN: 9788131605424
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Pages: 240
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Cover: Hardcover
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Dimensions: 8.7 x 5.8 x 0.7 inches
About the Book:
यह पुस्तक हिन्दी भाषा में अर्थशास्त्रियों के जीवन और विचारों पर आधारित पहली व्यापक कृति है, जिसमें 200 से अधिक पाश्चात्य और भारतीय अर्थशास्त्रियों के जीवन परिचय, शिक्षा, प्रमुख रचनाएं, पुरस्कार और अन्य उपलब्धियों का समावेश किया गया है। पुस्तक को दो खंडों में विभाजित किया गया है—पहला खंड पाश्चात्य अर्थशास्त्रियों तथा दूसरा खंड भारतीय अर्थशास्त्रियों को समर्पित है।
इसके अतिरिक्त, इसमें चार परिशिष्ट दिए गए हैं, जिनमें प्रमुख अर्थशास्त्रियों के प्रेरणादायक उद्धरण, महत्वपूर्ण आर्थिक पत्रिकाएं व प्रतिवेदन, भारतीय पंचवर्षीय योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची सम्मिलित की गई है।
यह पुस्तक न केवल अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
विषय सूची की मुख्य झलक:
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पूर्व शास्त्रीय, शास्त्रीय, नव-शास्त्रीय और आधुनिक पाश्चात्य अर्थशास्त्री
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प्राचीन और आधुनिक भारतीय अर्थशास्त्री
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परिशिष्ट: महत्वपूर्ण उद्धरण, पत्रिकाएं, सर्वेक्षण, पंचवर्षीय योजनाएं और नोबेल पुरस्कार विजेता
About the Author:
जी.आर. वर्मा ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर से अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा प्राप्त की। 1968 में इनकी प्रथम नियुक्ति राजकीय महाविद्यालय, सुजानगढ़ में हुई और 34 वर्षों की लंबी सेवा के बाद वे 2003 में प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों का मार्गदर्शन किया और कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित किए। उनकी पूर्व प्रकाशित कृति ‘अर्थशास्त्र शब्दकोश’ को विशेष मान्यता प्राप्त है।

