श्रीमद्भागवत-महापुराणम् Shrimadbhagwat-Mahapuranam
श्रीमद्भागवत-महापुराणम् Shrimadbhagwat-Mahapuranam is backordered and will ship as soon as it is back in stock.
Couldn't load pickup availability
                    
                      
Genuine Products Guarantee
                      
                    
                  
                  Genuine Products Guarantee
We guarantee 100% genuine products, and if proven otherwise, we will compensate you with 10 times the product's cost.
                    
                      
Delivery and Shipping
                      
                    
                  
                  Delivery and Shipping
Products are generally ready for dispatch within 1 day and typically reach you in 3 to 5 days.
Book Detail
- Title: श्रीमद्भागवत महापुराणम्
- Subject: पुराण
- Edition: 2022
- Publishing Year: 2022
- ISBN: 9788170840138
- Packing: Hardcover
- Pages: 1255
- Dimensions: 30 x 20 x 8 cm
- Weight: 350 g
- Binding: Hardcover
Book Description
श्रीमद्भागवत महापुराण का परिचय
श्रीमद्भागवत महापुराण हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित अठारह महापुराणों में से एक है। यह महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित है और इसमें भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह ग्रंथ वैष्णव परंपरा में सर्वोच्च ग्रंथों में से एक माना जाता है।
श्रीमद्भागवत की संरचना और महत्व
इस पुराण में बारह स्कंध (खंड) और अठारह हजार श्लोक हैं, जिनमें ब्रह्मांड की उत्पत्ति, भगवान विष्णु के विभिन्न अवतार, श्रीकृष्ण की लीलाएं और भक्ति मार्ग का विस्तार से उल्लेख किया गया है।
भक्ति मार्ग की महानता
इस ग्रंथ में नवधा भक्ति, प्रह्लाद चरित्र, ध्रुव कथा, गोपियों की कृष्ण प्रेम भक्ति, उद्धव गीता, और राजा परीक्षित को श्रीशुकदेव द्वारा सुनाई गई कथा का वर्णन मिलता है। यह पुराण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि भक्तों के लिए आध्यात्मिक प्रकाश स्तंभ भी है।
मोक्ष और आत्मज्ञान का संदेश
श्रीमद्भागवत में यह स्पष्ट किया गया है कि कलियुग में मात्र भगवद्भक्ति ही मोक्ष का सर्वोत्तम साधन है। इसमें निर्गुण और सगुण भक्ति का समन्वय करते हुए आत्मज्ञान प्राप्ति का मार्ग दिखाया गया है।
पाठकों के लिए उपयुक्तता
यह ग्रंथ उन सभी भक्तों और पाठकों के लिए उपयुक्त है जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके दिव्य संदेश को समझना चाहते हैं। यह धार्मिक, आध्यात्मिक और वैदिक ज्ञान के इच्छुक व्यक्तियों के लिए एक अमूल्य ग्रंथ है।
 
            
 
      
 
      
 
       
         

