Rang Kitne Sang Mere (Apne-Apne Pinjare-3) (Hindi Edition)
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Book Details
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लेखक: मोहनदास नैमिशराय
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प्रकाशक: वाणी प्रकाशन
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भाषा: हिंदी
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संस्करण: 1st Edition
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आईएसबीएन: 9789388434492
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पृष्ठ संख्या: 364
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कवर: पेपरबैक
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प्रकाशन तिथि: 25 अप्रैल 2019
About the Book
आत्मकथा लिखना अपने ही भावनाओं को उद्वेलित करना है। यह अपने ही ज़ख़्मों को कुरेदने जैसा है और जीवन के खुरदरे यथार्थ से रू-ब-रू होना है। इस पुस्तक में लेखक ने अपने जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों का विवरण दिया है, जिन्हें वे अपनी आँखों से देखते और महसूस करते हैं। समाज के उत्पीड़ित और शोषित वर्ग से संबंधित होने के कारण, लेखक का जीवन संघर्षों से भरा हुआ रहा है। उनके अनुभवों में वे दिखाते हैं कि कैसे उन्होंने बचपन से लेकर जवानी तक उत्पीड़न सहा और इसे सहते हुए ही शहरों और महानगरों में अपने जीवन को पुनः स्थापित करने का प्रयास किया। हालांकि, उनके जैसे बहुत से दलित साथियों को यह विश्वास था कि वे उत्पीड़न से बचकर नगरों में आ गए हैं, लेकिन जल्द ही यह भ्रम टूट जाता है।
यह पुस्तक समाज के हाशिये पर रहने वाले लोगों की संघर्ष गाथा है और उनकी कहानी को बहुत बेबाकी से बयान करती है।
About the Author
मोहनदास नैमिशराय
मोहनदास नैमिशराय एक प्रसिद्ध लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं जिनकी लेखनी दलित समाज के संघर्षों और उत्पीड़न को उजागर करती है। उन्होंने अपनी आत्मकथा के माध्यम से समाज की निचली जातियों और उत्पीड़ित वर्ग के जीवन को व्यक्त किया है। उनका लेखन दलितों की पीड़ा, उनके संघर्षों और उनकी आत्म-निर्माण यात्रा को दर्शाता है।

