👨‍💼 CUSTOMER CARE NO +918468865271

⭐ TOP RATED SELLER ON AMAZON, FLIPKART, EBAY & WALMART

🏆 TRUSTED FOR 10+ YEARS

  • From India to the World — Discover Our Global Stores

🚚 Extra 10% + Free Shipping? Yes, Please!

Shop above ₹5000 and save 10% instantly—on us!

THANKYOU10

Samajshastriya Vicharak: Pramukh Paschatya Vicharak (Samajshastra Reader-Ii)

Sale price Rs.277.00 Regular price Rs.325.00
Tax included


Genuine Products Guarantee

We guarantee 100% genuine products, and if proven otherwise, we will compensate you with 10 times the product's cost.

Delivery and Shipping

Products are generally ready for dispatch within 1 day and typically reach you in 3 to 5 days.

Get 100% refund on non-delivery or defects

On Prepaid Orders

Book Details

  • Author: नरेश भार्गव, वेददान सुधीर, अरुण चतुर्वेदी और संजय लोढ़ा

  • Publisher: Rawat Publications

  • Language: Hindi

  • Edition: 2021

  • ISBN: 9788131610459

  • Pages: 212

  • Cover: Hardcover

  • Dimensions: 1.6 x 1.6 x 1.6 inches


About the Book

यह पुस्तक समाजशास्त्र के उन महान चिंतकों के विचारों को समेटे हुए है जिन्होंने समाजशास्त्र को एक सैद्धांतिक विषय के रूप में परिभाषित करने में अहम भूमिका निभाई। ऑगस्ट काम्टे, कार्ल मार्क्स, मैक्स वेबर, इमाइल दुर्खीम, हर्बर्ट स्पेन्सर, विल्फ्रेडो परेटो और पितरिम सोरोकिन जैसे विचारकों की अवधारणाएं न केवल समाज के गहरे विश्लेषण में मदद करती हैं, बल्कि आधुनिक समाजशास्त्र की बुनियाद भी तैयार करती हैं। यह संकलन विद्यार्थियों, शोधार्थियों और सामाजिक विज्ञानों में रुचि रखने वालों के लिए एक उपयोगी प्रवेशद्वार है, जो उन्हें समाज और उसके गहन तत्त्वों को समझने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करता है। सरल भाषा में लिखी गई इस पुस्तक में प्रत्येक विचारक के प्रमुख सिद्धांत, पद्धतियाँ और उनका सामाजिक प्रभाव बारीकी से प्रस्तुत किया गया है। यह एक अनमोल संसाधन है जो भारतीय सामाजिक विमर्श को वैश्विक समाजशास्त्रीय संदर्भों से जोड़ने का प्रयास करता है।