Samajik Shod Ki Vidhiya (Methods In Social Research)
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Book Details
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Publisher: Rawat Publications 
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Author: Harikrishna Rawat 
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Language: Hindi 
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Edition: 2013 
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ISBN: 9788131605660 
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Pages: 520 
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Cover: Hardcover 
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Dimensions: 8.7 x 6.0 x 1.3 inches 
About the Book
लगभग डेढ़ शताब्दी पूर्व तक यह धारणा थी कि मानव समाज संबंधी ज्ञान स्वाभाविक रूप से स्पष्ट है और इसके लिए किसी गवेषणा की आवश्यकता नहीं है। लेकिन ‘विज्ञान’ के आगमन ने यह स्थापित किया कि सामाजिक जगत का भी अध्ययन वैज्ञानिक पद्धति से किया जाना चाहिए। विज्ञान की ऐसी पद्धतियाँ, जो आनुभविक एवं वस्तुनिष्ठ होती हैं, सामाजिक ज्ञान को प्रमाणिकता प्रदान करती हैं और इसे पारंपरिक ज्ञान तथा सामान्य मान्यताओं से अलग करती हैं।
यह पुस्तक सामाजिक शोध की विधियाँ विषय पर केन्द्रित एक विशिष्ट कृति है, जिसमें समाजशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञानों में प्रयुक्त अनुसंधान विधियों का गहन विश्लेषण किया गया है। इसमें न केवल शोध उपकरणों जैसे प्रश्नावली, अनुसूची और निर्देशिका का वर्णन है, बल्कि उनके व्यावहारिक उदाहरण भी प्रस्तुत किए गए हैं, जिससे यह पुस्तक शोधकर्ताओं के लिए अत्यंत उपयोगी बन जाती है।
पुस्तक की मुख्य विषय-वस्तु में शामिल हैं:
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ज्ञान के स्रोत, वैज्ञानिक पद्धति और सामाजिक शोध की मूल अवधारणाएँ 
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शोध प्रारूप, प्राक्कल्पना, और प्रतिचयन विधियाँ 
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प्रमुख शोध विधियाँ जैसे सर्वेक्षण, प्रेक्षण, साक्षात्कार, प्रयोगात्मक शोध आदि 
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तथ्यों का विश्लेषण, रिपोर्ट लेखन, तथा सांख्यिकीय उपकरणों का प्रयोग 
लेखक के बारे में:
प्रो. हरिकृष्ण रावत चार दशकों तक समाजशास्त्र के अध्यापन से जुड़े रहे। उन्होंने महाराजा कॉलेज, जयपुर में अपना शैक्षिक जीवन प्रारंभ किया और बाद में सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय, ब्यावर में लंबे समय तक अध्यापन किया। प्राचार्य पद से 1992 में सेवानिवृत्त हुए। उनकी पुस्तकें जैसे समाजशास्त्र विश्वकोश, मानवशास्त्र विश्वकोश, सामाजिक चिंतक एवं सिद्धांतकार, आदि को पाठ्य एवं संदर्भ ग्रंथ के रूप में व्यापक मान्यता प्राप्त हुई है।
यह पुस्तक उन छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए एक अनमोल संसाधन है, जो समाजशास्त्रीय अनुसंधान में गहराई से उतरना चाहते हैं।
 
            
 
       
         

