Main Hijra…Main Laxmi !
Main Hijra…Main Laxmi ! is backordered and will ship as soon as it is back in stock.
Couldn't load pickup availability
Genuine Products Guarantee
Genuine Products Guarantee
We guarantee 100% genuine products, and if proven otherwise, we will compensate you with 10 times the product's cost.
Delivery and Shipping
Delivery and Shipping
Products are generally ready for dispatch within 1 day and typically reach you in 3 to 5 days.
Book Details
-
लेखक: लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी
-
प्रकाशक: वाणी प्रकाशन
-
भाषा: हिंदी
-
संस्करण: प्रथम संस्करण
-
आईएसबीएन: 9789352293223
-
पृष्ठ संख्या: 176
-
कवर: हार्डकवर कॉमिक
-
आयाम: 9.1 x 6.6 x 1.1 इंच
-
प्रकाशन तिथि: 01 जनवरी 2015
About the Book
Main Hijra…Main Laxmi! एक आत्मकथा है, जिसमें लेखक ने अपनी यात्रा, संघर्ष और पहचान की तलाश की गाथा बयान की है। यह पुस्तक लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के जीवन की उस यात्रा को प्रस्तुत करती है, जो समलैंगिकता और ट्रांसजेंडर अधिकारों के क्षेत्र में अग्रणी रही है। लक्ष्मी की यात्रा, समाज के हाशिये पर रहने वाले समुदाय की आवाज़ बनकर उभरी है, जिसमें उनके संघर्ष और आत्म-स्वीकृति की गाथा है। किताब में न केवल ट्रांसजेंडर समाज के प्रति समाज के दृष्टिकोण को चुनौती दी गई है, बल्कि यह पुस्तक उनके द्वारा सामाजिक बाधाओं को पार करने और आत्मसम्मान की ओर बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।
यह पुस्तक लक्ष्मी की व्यक्तिगत पहचान के अलावा समाज में एक नया दृष्टिकोण स्थापित करने की कोशिश करती है।
About the Author
लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी
लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी एक प्रसिद्ध ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता और समलैंगिक अधिकारों के पैरोकार हैं। वे भारतीय समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों को बढ़ावा देने में अग्रणी रहे हैं। अपनी आत्मकथा के माध्यम से उन्होंने न केवल अपने जीवन के संघर्षों को साझा किया है, बल्कि उन लोगों के लिए एक प्रेरणा भी पेश की है जो समान परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।

