Samajik Samasyayen (Social Problems)
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Book Details
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Author: Ram Ahuja
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Publisher: Rawat Publications
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Language: Hindi
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Edition: Revised Edition (2016)
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ISBN: 9788131607701
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Pages: 498
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Cover: Hardcover
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Dimensions: 9.7 x 6.4 x 1.1 inches
About the Book
यह पुस्तक भारत की समकालीन सामाजिक समस्याओं का समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से विश्लेषण करने का एक गंभीर प्रयास है। यह हिंदी में समाजशास्त्र के छात्रों के लिए एक मानक पाठ्य-पुस्तक बन चुकी है। स्नातक, परास्नातक छात्रों के साथ-साथ सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण व विश्वसनीय स्रोत है।
इस संशोधित संस्करण में कई नई सामाजिक समस्याएं शामिल की गई हैं, जिनमें ऑनर किलिंग, एसिड अटैक, कृषि संकट एवं किसानों की आत्महत्या, साइबर क्राइम, घरेलू हिंसा, वृद्धावस्था एवं वृद्धों के साथ दुर्व्यवहार, जनजातीय असंतोष, तथा वैश्वीकरण एवं उपभोक्तावाद जैसे विषय प्रमुख हैं।
पुस्तक में संदर्भ-विशिष्ट पद्धति को अपनाते हुए सामाजिक समस्याओं का विश्लेषण संरचनात्मक और उप-सांस्कृतिक दृष्टिकोण से किया गया है। कुल 25 अध्यायों में विस्तारित इस संस्करण को नवीनतम आंकड़ों और विचारों से समृद्ध किया गया है।
Contents
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सामाजिक समस्याएं : अवधारणा और उपागम
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निर्धनता
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बेरोज़गारी
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जनसंख्या विस्फोट
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वृद्धावस्था और वृद्धों से दुर्व्यवहार
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सांप्रदायिकता, धर्म-निरपेक्षता तथा क्षेत्रीयकरण
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पिछड़ी जातियां, जनजातियां और वर्ग
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युवा असन्तोष और आन्दोलन
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बाल-दुव्र्यवहार और बाल-श्रम
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महिलाओं के विरुद्ध हिंसा
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निरक्षरता
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नगरीकरण
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वैश्वीकरण तथा उपभोक्तावाद
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अपराध और अपराधी
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बाल अपराध
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घरेलू हिंसा
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मद्यपान
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मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं व्यसन
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एड्स
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आतंकवाद
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भ्रष्टाचार
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जनजातीय असंतोष
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बंधुआ मज़दूर
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कृषि-संकट एवं किसानों की आत्महत्या
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कालाधन
About the Author
प्रो. राम आहूजा राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर में समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष रहे हैं और सेवानिवृत्ति के बाद ICSSR के सीनियर फेलो के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने समाजशास्त्र के विविध विषयों पर अनेक शोध प्रबंध एवं पुस्तकें लिखी हैं। दो दशकों तक वे राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय अकादमियों में अतिथि-वक्ता रहे और समाज की समस्याओं पर उनके शोध ने छात्रों और शोधकर्ताओं को दिशा प्रदान की है।


